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पवनमुक्त का अर्थ है पवन या हवा को मुक्त करना। इस आसन पेट की वायु निकालने में मदद करता है इसलिए इस आसन का नाम पवनमुक्तासन है।
पवनमुक्तासन के फायदे

1 पेट के लिए फायदेमंद – इस आसन को करने से पेट व दूसरी इन्द्रियों की मालिश होती है। दरइसल, यह आसन पेट में से वायु को निकालता है और पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है, जिससे आप पेट की गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याओं से बचे रहते हैं।
2 रीढ़ की हड्डी को बनाए मजबूत- यह आसन रीढ़ की हड्डी के लिए भी फायदेमंद होता है। इसका अभ्यास करने से रीढ़ की हड्डी लचीली व मजबूत बनती है।
3 पेट की चर्बी घटाए – अगर आप बैली फैट कम करना चाहते हैं तो इससे बेहतर ऑप्शन कोई और नहीं हो सकता है। दरअसल, इससे पेट की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है, जिससे बैली फैट तेजी से कम होता है।
4 दिल के लिए फायदेमंद – यह आसन ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने के साथ रक्त के थक्के बनना से भी रोकता है। साथ ही इससे कोलेस्ट्राल लेवल भी कंट्रोल में रहता है, जिससे आप दिल की बीमारियों से बचे रहते हैं।
5 महिलाओ के लिए फायदेमंद – यह आसन महिलाओ को मासिक धर्म के समय होने वाली समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करता है। साथ ही यह गर्भाशय संबंधी रोग में भी काफी फायदेमंद है।
6 तनाव को करे दूर – पवनमुक्तासन साइटिका, गठिया आदि जैसी परेशानियों में भी फायदेमंद है। साथ ही रोजाना इस आसन को करने से आप तनावमुक्त रहते हैं और डिप्रेशन का खतरा कम होता है।
7 फेफड़ों के लिए- इस आसन के नियमित अभ्यास से शरीर में रक्त का संचरण अच्छे से होता है, जिससे फेफड़े स्वस्थ रहते है और सुचारु रूप से कार्य भी करते है।
पवनमुक्तासन की विधि:

पवनमुक्तासन करने के लिए सबसे पहले आप पीठ के बल लेट जाएं।
फिर दोनों पैरों को फैलाएं और इनके बीच की दूरी को कम करें।
अब दोनों पांव उठाएं घुटने मोड़ते हुए घुटनों को बांहों से घेर लें।
इसके बाद सांस छोड़े, घुटनों को दबाते हुए छाती की ओर लाएं।
फिर सिर उठाएं तथा घुटनों को छाती के निकट लाएं, जिससे ठोड़ी घुटनों को स्पर्श करने लगे। कुछ देर इस स्थिति में रूके
फिर सांस लेते हुए पैरों को जमीन पर लेकर आएं।
इसी तरह आप 3 से 5 चक्र करें।
सावधानियां
1 अगर आपके कमर में दर्द हो तो इस आसन का अभ्यास न करें।
2 घुटने में दर्द होने पर इस आसन को न करें।
3 भोजन के तुरंत बाद यह आसन बिल्कुल ना करें।
4इस आसन को उन्हें भी नहीं करनी चाहिए जिनके गर्दन में दर्द हो।
5यदि आपको हाई बी पी की समस्या है तो आपको इस आसन को नहीं करना चाहिए।
6 स्लिप डिस्क की शिकायत वाले लोगो को भी इस आसन को नहीं करना चाहिए।
योगाचार्य इन्जीनियर आर्यन