आइए जानते हैं क्या है भाजपा के बंगाल जीत का फॉर्मूला: बीजेपी के लिए पश्चिम बंगाल अब तक की सबसे कठिन लड़ाई क्यों है ?

इस बात का आंकलन करना जरूरी है कि अगर मुस्लिम वोट एकजुट होकर पड़ जाए तो बंगाल में कितनी सीटों पर बीजेपी को सीधा नुकसान हो सकता है.

पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटें हैं… मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के लिए कुल 148 सीटें चाहिए.

पश्चिम बंगाल की 46 सीटों पर में मुसलमान आबादी 50 प्रतिशत से ज्यादा हैं.

पश्चिम बंगाल की 16 सीटें ऐसी हैं जहां मुसलमानों की आबादी 40 प्रतिशत से ज्यादा है.

पश्चिम बंगाल की 33 सीटें ऐसी हैं जहां पर मुसलमानो की आबादी 30 प्रतिशत से ज्यादा है.

पश्चिम बंगाल की 50 सीटें ऐसी हैं जहां पर मुसलमानों की आबादी 25 फीसदी से ज्यादा है.

यानी पश्चिम बंगाल की कुल 145 सीटें ऐसी हैं जहां अगर मुस्लिम वोट एक मुश्त पड़ जाए तो बीजेपी के लिए जीतना आसान नहीं है.

 

अगर इन आंकड़ों की और गहराई में जाएं तो पश्चिम बंगाली की 50 प्रतिशत से ज्यादा मुस्लिम आबादी वाली 46 सीट बीजेपी शायद ही जीत पाए… ये सीटें बीजेपी तभी जीत सकती है जब मुस्लिम वोट बंट जाए.

पश्चिम बंगाल की 40 प्रतिशत से ज्यादा मुस्लिम वोटों वाली 16 सीटें बीजेपी तभी जीत सकी है जब हिंदू ध्रुवीकरण हो जाए.

पश्चिम बगाल में 25 प्रतिशत से ज्यादा मुस्लिम आबादी वाली 50 सीटें जीत हार में निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं क्योंकि यहां अगर बीजेपी ने बाजी पलट दी और मुस्लिम वोट बेअसर हुआ तो 40 से ज्यादा सीटें बीजेपी आसानी से जीत सकती है. और बीजेपी निर्णायक बढत हासिल कर सकती है.

कुल मिलाकर बंगाल की लडाई सिर्फ योगी मोदी के भरोसे नहीं लड़ी जा सकती है बंगाल में बीजेपी तभी जीतेगी जब बंगाली हिंदू जागेगा.

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