कम्युनिस्ट कभी शर्मिंदा नहीं होता… चाहे उसके मुंह पर कितनी ही कालिख मल दी जाए
- भारत के कम्युनिस्टों को दिन में 24 घंटे… सोते-जागते… सांस लेते.. सिर्फ यही ख्याल रहता है कि भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है ।
- इनको हर 10 मिनट में दिमागी दौरे पड़ते हैं कि मोदी सरकार ने मीडिया का दमन कर दिया है । ‘गोदी मीडिया’ इन्हीं लोगों का गढ़ा जुमला है जो इस वक्त देश के कम्युनिस्टों का तकिया कलाम बन चुका है ।
- लेकिन खुद कम्युनिस्टों की करनी क्या है ? पिछले 2 महीनों से चाइनीज बिजनेसमैन जैक मा लापता हैं और आरोप कम्युनिस्ट पार्टी के लीडर.. चीन के प्रेसीडेंट शी जिनपिंग पर लग रहा है ।
- सोचिए दुनिया का इतना प्रभावशाली बिजनेसमैन चीन में इसलिए गायब करवा दिया गया है क्योंकि उसने शी जिनपिंग के खिलाफ मुंह खोला था और चाइनीज सरकार की आर्थिक नीतियों की निंदा कर दी थी
- अब जैक मा गायब है… सारे कम्युनिस्टों के मुंह पर एक और कालिख पुत चुकी है लेकिन इसके बाद भी इंडिया में कम्युनिस्ट लफंगे एक डपली लेकर कुछ नव यौवनाओं के साथ नाच गाना करता रहेंगे… भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खत्म होने के झूठे गीत गाते रहेंगे
- ये कोई पहली बार नहीं है कि चीन में बिजनेस मैन गायब करवा दिए गया है । चीन में जिस बिजनेसमैन ने शी जिनपिंग के खिलाफ कुछ बोला उसको शी जिनपिंग की सरकार ने बर्बाद करवा दिया ।
- चीन के एक और बड़े बिजनेसमैन जियाओ जियानहुआ साल 2018 से गायब हैं । जियाओ जियानहुआ ने भी चीन की सरकार की आर्थिक नीतियों की निंदा की थी ।
- इसी तरह चीन के रियल स्टेट के बड़े बिजनेस मैन रेन जीकियांग को भी चीन में 18 साल के लिए जेल की सजा दी गई है । रेन जीकियांग ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर चीन शी जिनपिंग की निंदा की थी…
- कम्युनिस्टों के दोगलेपन को प्रतिबिंबित कर पाने वाला कोई शब्द हिंदी की डिक्शनरी में नहीं है… शायद संसार की किसी डिक्शनरी में नहीं है । अब एक ही उपाय है कि डिक्शनरी में कम्युनिस्ट का मतलब दोगला कर देना चाहिए ।