सोशल मीडिया पर स्टाफ सेलेक्शन कमिशन (एसएससी) से जुड़ी एक खबर तेजी से वायरल हो रही है. इस वायरल खबर में कहा गया है कि एसएससी पर पहले की तुलना में काफी दबाव बढ़ गया है जिसकी वजह से ‘टीयर-0’ नाम से एक अलग व्यवस्था शुरू की गई है. खबर में कहा गया है कि एसएससी परीक्षा के लिए वही कैंडिडेट अप्लाई कर सकेगा जो ‘टीयर-0’ पास करेगा. सरकार की तरफ से इस खबर को फर्जी बताया गया है.
प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने इस खबर का फैक्ट चेक किया है. पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक में इस खबर को फेक यानी कि फर्जी करार दिया है. पीआईबी के मुताबिक एसएससी ने ऐसा कोई नोटिस जारी नहीं किया है. एसएससी ने ‘टीयर-0’ जैसे किसी सिस्टम का ऐलान नहीं किया है.
इसलिए यह खबर पूरी तरह से निराधार है.
ऐसी ही एक फर्जी खबर रेल किराया को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही है, जिसको लेकर पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक में खंडन किया है. खबरों में दावा किया जा रहा है कि भारतीय रेलवे 6 जनवरी से यात्री किराये में बढ़ोतरी का प्लान बना रही है. पीआईबी फैक्ट चेक में इस दावे को फर्जी करार दिया है और कहा है कि फिलहाल यात्री किराये में बढ़ोतरी की कोई बात नहीं है.
एक अन्य खबर के बारे में पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक किया है जो दिल्ली एम्स से जुड़ी है. कुछ मीडिया संस्थान एक खबर चला रहे हैं जिसमें दावा किया गया है कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में नर्सिंग भर्तियों में लगे 80-20 अनुपात को समाप्त करने का आदेश जारी किया गया है. इस खबर में स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के नाम से कथित ट्वीट में इस बात का दावा किया गया है. पीआईबी ने इस खबर को फर्जी बताते हुए कहा है कि डॉ हर्षवर्धन ने ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया है.