अमेरिका में हालात बेहद नाजुक मोड़ पर है। दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र खतरे में दिख रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा चुनाव को फर्जी बताए जाने की रैली के बाद हजारों ट्रंप समर्थक कैपिटल बिल्डिंग में घुस गए।

दरअसल नए राष्ट्रपति के निर्वाचन को मंजूरी देने के लिए वाशिंगटन में होने वाली अमेरिकी संसद (कांग्रेस) की बैठक से पहले ट्रंप ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए शक्ति प्रदर्शन किया। ट्रंप के आह्वान पर उनके सैकड़ों समर्थक जबरन कैपिटल बिल्डिंग तक पहुंच गए और सीढ़ियों पर कब्जा कर लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप ने अपने भाषण में कहा कि “हम चुनाव जीत गए हैं।
हम कभी हार नहीं मानेंगे।” उन्होंने ‘सेव अमेरिका’ मार्च का आह्वान किया। इसके बाद ही बड़ी तादाद में ट्रंप समर्थक कैपिटल हिल पहुंच गए और अंदर घुसने के लिए हंगामा शुरू कर दिया। भीड़ में शामिल लोगों की सुरक्षाबलों से जमकर झड़प हुई। लेकिन वे स्तरीय सुरक्षा घेरे को तोड़कर आगे बढ़ते चले गए।

इसके बाद कैपिटल बिल्डिंग को लॉकडाउन घोषित करते हुए उसकी सुरक्षा और कड़ी कर दी गई।

इसी दौरान अमेरिकी सांसद इलेन लूरिया ने दावा किया कि उन्होंने गोलियों की आवाज सुनी और कोई पाइप बम फटने की आवाज सुनने के बाद अपना दफ्तर छोड़ दिया है। वहीं सीएनएन ने खबर दी कि एक महिला को गोली लगी है और उसे अस्पताल भेजा गया है। खबर के मुताबिक महिला को गोली सीने में लगी है।

हंगामे के बीच व्हाइट प्रेस सेक्रेटरी केली मैकएनन ने ट्वीट कर ट्रंप समर्थकों को शांत रहने की अपील करते हुए कहा कि हालात के मद्देनजर नेशनल गार्ड को एक्टिवेट किया गया है।

इस दौरान ट्रंप ने भी एक ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में एक बार फिर चुनावी धांधली को उठाया जिसे ट्विटर ने फ्लैग करते हुए इस ट्वीट को रीट्वीट करने, रिप्लाई करने या लाइक करने पर रोक लगा दी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *